नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली की सड़कों पर दौड़ रहे वाहनों की संख्या मार्च 2018 तक बढ़कर 1.09 करोड़ तक पहुंच गयी। इनमें स्कूटर, मोटरसाइकिल सहित 70 लाख से अधिक दोपहिया वाहन शामिल हैं। वित्त वर्ष 2018-19 की दिल्ली की आर्थिक समीक्षा में यह जानकारी दी गयी है। समीक्षा शनिवार को दिल्ली विधानसभा में पेश की गयी। समीक्षा के मुताबिक दिल्ली में प्रति हजार व्यक्तियों पर वाहनों की संख्या 317 से 'न गईहालांकि वाहनों की संख्या में सालाना वृद्धि की दर जहां 2005-06 में 8.13 प्रतिशत थी वहीं 2017-18 में वृद्धि दर कम होकर 5.81 प्रतिशत रह गई। समीक्षा के अनुसार, इन वाहनों में कार और जीप की संख्या 32,46,637 तथा ऑटोरिक्शा की संख्या 1,13,074 है। मोटरसाइकिलों और स्कुटर सहित दोपहिया वाहनों की कुल संख्या इस दौरान 7.12 प्रतिशत बढ़कर 70,78,428 पर पहुंच गयी। समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली की सड़कों पर दौड़ने वाले वाहनों की वास्तविक संख्या को लेकर मतभेद हैं। दिल्ली में आसपास के क्षेत्रों में पंजीकृत वाहनों की संख्या भी काफी है। यही वजह है कि 2017-18 में दिल्ली में पंजीकृत होकर वाहनों की संख्या की वृद्धि दर कम 5.81 प्रतिशत ही रही। आर्थिक समीक्षा के अनुसार अन्य वाहन श्रेणी में सर्वाधिक 27.56 प्रतिशत की दर की संख्या में 0.21 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसमें कहा गया है कि परि- वहन विभाग दिल्ली में वाहनों की वास्तविक संख्या का आकलन करने के प्रयास कर रहा है। इसमें उन वाहनों को भी शामिल किया जायेगा जो खस्ताहालात में पहुंच चुकी हैं और उनका कार्यकाल समाप्त हो चुका है। रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में दोपहिया, कार वैन का इस्तेमाल करने वाले परिवारों की संख्या बढ़ी है जबकि परिवहन के लिये साडकिल का इस्तेमाल करने वाले परिवारों की संख्या 2001 के 37.6 प्रतिशत से घटकर 2011 में 30.6 प्रतिशत रह गई। से वृद्धि हुईहालांकि इस दौरान
दिल्ली में वाहनों की संख्या एक करोड़ के पाट 70 लाख से अधिक हैं दोपहिया वाहन